What is information overload ?
सूचना अधिभार क्या है?
Information overload has to do with the excessive consumption of information and knowledge through various mean. Nowadays we are surrounded with the different-different media e.g print media, electronic media, and digital media. We get tons of information each and every minute. Some information seems to be new and useful for us and we go through it in a detailed manner. Some piece of information seems to be entertaining for us and again we consume it for the sake of entertainment. Some piece of information seems to be not so useful, but for the sake of our habit, we used to consume that particular piece of information. At the end of the day we were overloaded with information and the problem is that this is nothing but information bombardment.
सूचनाओं का अत्याधिक सेवन करना ही सूचना अधिभार है। अभी का समय ऐसा है कि हर व्यक्ति सूचनाओं के स्रोतों से जुड़ा हुआ है। अख़बार, न्यूज़ चैनल, रेडियो, डिजिटल मीडिया जैसे कई स्रोत लोगों को आसानी से उपलब्ध है जहाँ से वह हर मिनट असंख्य सूचनाएँ प्राप्त कर रहा है। कुछ सूचनाएँ उसे लगती है कि ज़रूरी है इसलिए वह उसको पढ़ता है, सुनता है, देखता है। कुछ सूचना उसे लगती है कि वह उसका मनोरंजन कर सकती है इसलिए वह उसके साथ भी जाता है। कुछ सूचनाएँ उसे लगती है कि इसका कोई महत्व नहीं है बावजूद अपनी आदतों के कारण भी वह इन सूचनाओं को भी प्रयोग करता है। कुल मिलाकर दिन ढलते-ढलते ऐसी स्थिति हो जाती है जैसे उसके दिमाग़ में सूचनाओं का विस्फोट हो रहा हो। इसी को सूचनाओं का सूचना अधिभार या इन्फ़ॉर्मेशन ओवर लोड कहा जाता हैं।
Reason for information overload-
सूचना अधिभार का कारण-
- Availability of multiple sources कई स्रोतों की उपलब्धता
- Sharebility of information सूचना की साझा करने की क्षमता
- Cheap data सस्ता डेटा
- Medium available माध्यम उपलब्ध है
- Localised content available स्थानीयकृत सामग्री उपलब्ध होना
- Social phenomenon सामाजिक घटना
- Factor of convergence media अभिसरण मीडिया का कारक
- Job need नौकरी की जरूरत
- Changing work nature काम का स्वभाव बदलना
Availability of multiple sources-
Nowadays we see that there are plenty of options available in front of people to get the content. Even person after reading physical newspaper go to the epaper to have knowledge about other newspaper. So there is multiple sources available in front of people to get the content. There was a time when the people used to reach the content for consumption but now with the help of messaging even the content reach to the people. They got the alert on the mobile and they come to know that some content has reached to his mobile. That content can be of nature of information, news or something else. So basically what I mean to say that the availability of multiple source e.g. TV, mobile, radio etc and even on a single source, there are multiple channels to provide the news and information to the people. Taking the example of mobile then one single platform youtube has the multiple content over there. So people are surrounded with the content.
कई स्रोतों की उपलब्धता-
अभी जो दौर चल रहा है उसमें हर व्यक्ति इतने सारे माध्यमों से घिरा हुआ है उसके पास विकल्पों की कोई कमी नहीं है। न्यूज़ पेपर ख़त्म होने के बाद लोग ई पेपर पढ़ाना शुरू कर देते हैं। जिस तरह से लोग और समाज में सूचना और ज्ञान की भूख जागी है ऐसी इतिहास में पहले कभी नहीं रही। लोगों की निर्भरता सूचना और माध्यम पर भी इस तरह बन पड़ी है जो पहले कभी नहीं रही। सूचनाओं का अत्याधिक प्रयोग माध्यमों की उपलब्धता और लोगों के अंदर की बेचैनी मुख्य वजह है।
Sharebility of information-
People has get the power to share the information with within community and within the society. This power of sharing is nothing but to reach out mass number of people with minimum possible time. This feature only has increase the transaction of information. It has also increase the quantity of information that is reaching to each and every individual.
सूचना की साझा करने की क्षमता-
माध्यमों की बहुलता के साथ ही सूचनाओं को साझा करने की क्षमता भी लोगों को प्राप्त हो गई है। अलग- अलग माध्यमों के द्वारा आसानी से लोग सूचनाओं को बहुसंख्यक लोगों के पास पहुँचा सकते है। यानी सूचना मिली नहीं कि उसे आसानी से दूर दराज़ के क्षेत्रों में पहुंचाया जा सकता है। यही सहूलियत है कि सूचनाएँ इतनी लोगों को मिल रही है कि उसकी कोई गिनती नहीं है।
Cheap data-
This is another contributing factor for the excessive amount of the information people are consuming now-a-days. The data is available at the cheapest rate. In India the data is available at the cheapest rate through out the world. This is the reason that the people are consuming lot of information and knowledge over the internet.
सस्ता डेटा-
यह एक दूसरा कारण है जिसका काफ़ी योगदान है। इस वजह से ही आजकल लोगों अत्यधिक मात्रा में जानकारी उपभोग कर रहा है। डेटा सबसे सस्ती दर पर उपलब्ध है। भारत में डेटा दुनिया भर में सबसे सस्ती दर पर उपलब्ध है। यही कारण है कि लोग इंटरनेट पर बहुत सारी जानकारी और ज्ञान का उपभोग कर रहे हैं।
Medium available-
There are the medium available to the people to get the information and knowledge. There are numerous social networking sites where you are able to connect with people. So willingly or not willingly we are getting information related to somebody's personal life. This can be nature of achievement, their growth, without validity of whether that information is for personal usage. So not necessarily each and every thing people are consuming is of nature of information and knowledge. Even this piece of information and knowledge can be related to any individual that has reached with the help of social platform.
माध्यम उपलब्ध है-
आज हर आदमी की उपस्थिति सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर है।सोशल मीडिया पर हम एक- दूसरे से जुड़े होते हैं। यह जुड़ाव दिन प्रतिदिन बढ़ती जाती है। इस जुड़ाव में कई ऐसे सूचना और ज्ञान हमें मिलती है जो किसी की व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी होती है। हमें इस बात का अंदाज़ा भी नहीं होता है कि वह सूचना और ज्ञान हमारे लिए कितना उपयोगी है बावजूद उसके उसके आधार पर हम झूठ-मूठ के विधवा प्रलाप करते रहते है।
Localised content available-
The availability of local content is a great factor for excessive consumption of content from media. We used to get lots of content which are based upon our surroundings. Our issues are presented which is localised one and this is the reason due to which we are excessive consuming the content which are manufactured from localised angle.
स्थानीयकृत सामग्री उपलब्ध होना-
सूचनाओं और ज्ञान का अत्याधिक सेवन का एक वजह यह है कि मीडिया पर अब आज स्थानीय विषय वस्तु की कोई कमी नहीं है। आप अपने घर के आस-पास के ख़बरों को देख-सुन सकते हैं। यही वजह है कि ख़बरों के सेवन करने में जो मज़ा आता है वहाँ पहले कभी नहीं रहा। हर तरह की ख़बरें मिल जाती है जो हमारे आस-पास घटित हो रही होती है। इस तरह से उन ख़बरों का जुड़ाव हम से ज़्यादा बन पड़ता है और हमें भी उनका प्रयोग करके काफ़ी अच्छा महसूस होता है।
Social phenomenon-
Excessive consumption of content has now become social phenomena. The latest and update knowledge about any development is mean to show intellectuality in between the masses and friend circle. We use to see that each and every person is busy with the content consumption. Either in the Metro or in the crowd, each and every body is busy with their mobile. So consumption of content has become social phenomena. It is helping to build image also and is also a tool of engagement.
सामाजिक घटना-
ज्ञान और सूचना का अत्याधिक प्रभाव सामाजिक घटनाक्रम बन चुका है।हम कहीं भी भीड़ को देखते हैं कि हर व्यक्ति अपने मोबाइल के साथ व्यस्त हैं। जिस व्यक्ति के पास जितना ही ज़्यादा ज्ञान और सूचना है वह उतना ही ज़्यादा बुद्धिमान माना जाता है। इसलिए विषय वस्तुओं का अत्याधिक सेवन अपने आप को व्यापारिक बनाए रखने के लिए भी ज़रूरी हो गया है साथ ही साथ यह टाइम पास का ज़रिया भी बन चुका है।
Factor of convergence media-
The excessive consumption of the content is also related to the factor of convergence media. For example we can pick up mobile for some necessary things like ticket booking, like payment and it happens that we used to get engaged with some entertaining content over it. So convergence media factor is also one of the responsible factor for excessive consumption of content.
अभिसरण मीडिया का कारक-
एक ही माध्यम में सारे तत्वों का उपलब्ध होना ही अभिसरण मीडिया का उदाहरण है।जैसे कि मोबाइल पर आप टिकट भी बुक कर सकते हैं, पेमेंट भी कर सकते हैं, उससे फ़ोटो भी खींच सकते हैं, वीडियो भी बना सकते हैं यानी कि उसमें सब कुछ मौजूद है यही उसका अभिसरण मीडिया होना है। देखा गया है कि हम कई बार अपने मोबाइल को किसी दूसरे प्रयोग के लिए उठाते हैं और वहाँ पर हम किसी विषय वस्तु का सेवन करना शुरू कर देते हैं। मीडिया का अभिसरण हो जाना ही हमारे अत्याधिक उपयोग का कारण है।
Job need-
We are living in a society in which nowadays job are highly dependent upon computer. The reality is that each and every economy of world is growing towards service sector and the demand of the service sector is computerisation of the job. So while doing job lots of people used to do multitasking. They used to consume the media content through music, through videos, through other other means and on the other side they also used to do their job. So job need is also one of the basis for excessive consumption of content.
नौकरी की जरूरत-
नौकरियों का प्रचलन कुछ ऐसा हो चुके चला है कि उसमें कंप्यूटर का अत्याधिक प्रयोग हो रहा है। कंप्यूटर पर जॉब के साथ-साथ हम कई ऐसे काम भी कर सकते हैं जो कि हमारे सूचना और मनोरंजन की ज़रूरत को पूरा करते हैं। यही कारण है कि कई बार काम करते हुए भी साथ ही साथ हम सूचना और मनोरंजन का प्रयोग भी करते रहते हैं। इस तरह हम अपने दिमाग़ को मल्टीटास्किंग में लगा देते हैं और उसका असर होता है कि हमारे दिमाग़ पर सूचनाओं का अंबार शाम तक हावी हो जाता है।
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ReplyDeleteThank you sir🤗
Thanks dear
DeleteVery usefull blog sir
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